🕵️♂️ कैसे पहचानें कि कोई वेबसाइट असली है या फर्जी?
🔐 भूमिका: आज के डिजिटल युग में सतर्क रहना जरूरी है
आजकल ऑनलाइन शॉपिंग, बैंकिंग और लेन-देन आम बात हो गई है। लेकिन इसी के साथ फर्जी वेबसाइट्स (Fake Websites) की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। एक छोटी सी गलती आपको बड़ा नुकसान पहुँचा सकती है।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि आप कैसे पहचान सकते हैं कि कोई वेबसाइट असली (Real) है या फर्जी (Fake) — वो भी बहुत आसान भाषा में।
✅ 1. वेबसाइट का URL (लिंक) ध्यान से देखें
असली वेबसाइट में हमेशा HTTPS होता है, जो कि सिक्योरिटी को दर्शाता है।
🔒 सही: https://www.amazon.in
❌ गलत: http://www.amaz0n.in
URL में स्पेलिंग की छोटी गलती भी धोखा हो सकती है।
✅ 2. वेबसाइट का डिज़ाइन और भाषा
असली वेबसाइट्स का डिज़ाइन प्रोफेशनल होता है।
यदि वेबसाइट पर गलत हिंदी/अंग्रेज़ी, खराब इमेज या रैंडम कंटेंट है, तो वो फेक हो सकती है।
✅ 3. डोमेन की जानकारी चेक करें
किसी भी वेबसाइट की जानकारी जानने के लिए जाएँ:
🔗 https://whois.domaintools.com
अगर वेबसाइट हाल ही में बनी है, और उस पर भारी छूट दी जा रही है, तो सावधान रहें।
✅ 4. ‘About Us’ और ‘Contact’ पेज को जांचें
वेबसाइट पर कंपनी का संपर्क नंबर, पता, ईमेल आदि सही होना चाहिए।
फर्जी साइट्स इन पेजों को खाली छोड़ देती हैं या नकली जानकारी देती हैं।
✅ 5. गूगल पर रिव्यू और रेटिंग चेक करें
Google पर सर्च करें:
🔍 "वेबसाइट का नाम + review"
Trustpilot, Quora या Mouthshut जैसी साइट्स से फीडबैक लें।
✅ 6. पेमेंट मेथड्स पर ध्यान दें
असली साइट्स पर Paytm, UPI, Card, Razorpay जैसे भरोसेमंद पेमेंट ऑप्शन होते हैं।
अगर सिर्फ UPI या QR code से पेमेंट मांगा जाए, तो धोखा हो सकता है।
✅ 7. बहुत सस्ते ऑफर से सतर्क रहें
₹499 में iPhone जैसी डील दिखे तो 99% ये फेक वेबसाइट है।
“Too good to be true” ऑफर्स से बचें।
✅ 8. SSL सर्टिफिकेट चेक करें (🔒 लॉक आइकन)
ब्राउज़र के एड्रेस बार में लॉक आइकन हो, तो साइट अधिक सुरक्षित मानी जाती है।
लेकिन केवल लॉक होना काफी नहीं है, बाकी सभी जांच भी ज़रूरी है।
✅ 9. वेबसाइट पर Popups और Fake Ads
अगर साइट खोलते ही “आपने इनाम जीता!” जैसे पॉपअप्स आ जाएँ, तो साइट फर्जी है।
✅ 10. Google Safe Browsing Tool से जांच करें
इस लिंक पर जाकर वेबसाइट का लिंक डालें:
🔗 https://transparencyreport.google.com/safe-browsing/search
🚨 यदि वेबसाइट फर्जी लगे तो क्या करें?
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उस पर पेमेंट न करें
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OTP, बैंक डिटेल्स या पर्सनल जानकारी न दें
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https://cybercrime.gov.in पर शिकायत करें
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
आज के समय में ऑनलाइन शॉपिंग और इंटरनेट पर भरोसा करना जरूरी है, लेकिन आँख मूंदकर नहीं। ऊपर बताए गए 10 तरीकों से आप किसी भी वेबसाइट की असली या फर्जी पहचान बहुत आसानी से कर सकते हैं।
🛡️ सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।
❓ FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
🔸 Q1: क्या HTTPS वाली वेबसाइट 100% सुरक्षित होती है?
उत्तर:
HTTPS का मतलब है कि वेबसाइट encrypted है, यानी आपके डेटा को सुरक्षित तरीके से भेजा जाता है। लेकिन यह 100% सुरक्षा की गारंटी नहीं देता। फर्जी वेबसाइट्स भी HTTPS दिखा सकती हैं।
🔸 Q2: क्या Google पर टॉप में दिखने वाली वेबसाइट हमेशा असली होती है?
उत्तर:
नहीं, फर्जी वेबसाइट्स SEO और Paid Ads की मदद से भी टॉप में आ सकती हैं। रैंकिंग के साथ-साथ URL, रिव्यू और कंटेंट की भी जांच करें।
🔸 Q3: अगर मैंने गलती से किसी फर्जी वेबसाइट पर ऑर्डर कर दिया, तो क्या करूँ?
उत्तर:
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तुरंत बैंक या पेमेंट ऐप को सूचित करें
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स्क्रीनशॉट और ट्रांजैक्शन ID सुरक्षित रखें
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https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें
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जल्द कार्रवाई करने से पैसा वापस मिलने की संभावना बढ़ती है
🔸 Q4: क्या मोबाइल ऐप्स भी फर्जी हो सकते हैं?
उत्तर:
हाँ, Google Play Store या App Store पर भी फेक ऐप्स आ सकते हैं। डाउनलोड करने से पहले रेटिंग, रिव्यू और डेवलपर डिटेल्स जरूर देखें।
🔸 Q5: क्या Trustpilot पर अच्छे रिव्यू होना काफी है?
उत्तर:
Trustpilot पर अच्छे रिव्यू एक पॉजिटिव संकेत हो सकते हैं, लेकिन कई बार fake reviews भी होते हैं। Genuine, डिटेल्ड और वेरिफाइड यूज़र रिव्यू पर ज्यादा ध्यान दें।
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